गुरुवार, १ ऑक्टोबर, २०१५

तेरी दुनिया में जीने से - श्रीरंग रिंगे, नागपूर



तेरी दुनिया में जीने से, तो बेहतर है के मर जाये
वही आँसू, वही आहें, वही गम है जिधर जाये

कोई तो ऐसा घर होता, जहाँ से प्यार मिल जाता
वही बेगाने चेहरे हैं, जहाँ पहुँचे, जिधर जाये

अरे ओ आसमांवाले बता इस में बुरा क्या है
खुशी के चार झोंके गर, इधर से भी गुजर जाये

गीतकार : साहिर लुधियानवी, गायक : हेमंत कुमार, संगीतकार : सचिनदेव बर्मन, चित्रपट : हाउस नं. ४४

Our Karaoke Club साठी श्रीरंग रिंगे, नागपूर यांनी गायलेलं सुंदर गाणे

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा