जाने कहाँ गये
वो दिन,
कहते थे तेरी
राह में
नज़रों को हम
बिछायेंगे
चाहे कही भी
तुम रहो,
चाहेंगे
तुम को उम्रभर
तुम को ना
भूल पायेंगे
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Mukesh & SJ |
मेरे कदम जहाँ
पड़े
सजदे किये थे
यार ने
मुझ को रुला
रुला दिया
जाती हुई बहार
ने
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गीतकार : हसरत जयपुरी |
जाने कहाँ...
अपनी नज़र में
आज कल
दिन भी अंधेरी
रात है
साया ही अपने
साथ था,
साया ही अपने
साथ है
जाने कहाँ...
चित्रपटाच्या वाढलेल्या
लांबीमुळे वगळलेले कडवे, जे मुकेशनी लंडनच्या रॉयल अल्बर्ट हॉल येथील कार्यक्रमात खास
लोकाग्रहास्तव सादर केले होते -
ईस दिल के
आशियां में अब
उनके खयाल रह
गयें
तोडके दिल वो
चल दिये
हम तुम अकेले
रह गये
जाने कहाँ...
गायक : मुकेश
संगीतकार
: शंकर जयकिशन
चित्रपट
: मेरा नाम जोकर
(१९७०)
Shailendrajee very very thanks for updating this song. You are giving us very good platform.
उत्तर द्याहटवाAlso very speical thanks to Kulkarnijee for creating this blog....
उत्तर द्याहटवा